संसदीय राजभाषा समिति की दूसरी उप समिति द्वारा दिनांक 26-28 फरवरी, 2020 तक वडोदरा के 21 कार्यालयों का राजभाषा कार्यान्वयन में हुई प्रगति का निरीक्षण किया। इसी क्रम में भाकृअनुप-केन्द्रीय अंतर्स्थलीय मात्स्यिकी अनुसंधान संस्थान, क्षेत्रीय केन्द्र, वडोदरा का दिनांक 27 फरवरी, 2020 को राजभाषा कार्यान्वयन में हुई प्रगति का निरीक्षण किया।
संसदीय राजभाषा समिति के संयोजक माननीया प्रो. रीता बहुगुणा जोशी, समिति के अन्य माननीय सदस्य – श्री प्रदीप टम्टा, श्री सुशील कुमार गुप्ता, श्रीमती रंजनबेन धनजय भटट तथा समिति सचिवालय के सचिव श्री बी. एल. मीना, श्री कमल स्वरूप, अनुसंधान अधिकारी एवं श्री किरन पाल, वरिष्ठ हिन्दी अनुवादक तीन दिवसीय दौरे पर वडोदरा आए।
संस्थान के निदेशक डा. बि. के. दास, भारतीय कृषि अनुसंधान परिषद (भा.कृ.अनु.प.), नई दिल्ली के प्रतिनिधि डा. प्रवीण कुमार, सहायक महानिदेशक (समुद्री मात्स्यिकी), भारतीय कृषि अनुसंधान परिषद (भा.कृ.अनु.प.), नई दिल्ली के प्रतिनिधि श्रीमती सीमा चोपड़ा, निदेशक (राजभाषा) तथा वडोदरा केन्द्र के प्रभारी अधिकारी डा. एस. पी. काम्बले ने मिलकर माननीय समिति का स्वागत किया।
निरीक्षण बैठक दिनांक 27 फरवरी, 2020 को पूर्वाह्न शुरु की गई जिसमें संसदीय राजभाषा समिति की दूसरी उपसमिति के गणमान्य सदस्यों के अतिरिक्त निरीक्षण कार्यालय की ओर से डॉ. बि. के. दास, निदेशक, भारतीय कृषि अनुसंधान परिषद (भाकृअनुप), नई दिल्ली के प्रतिनिधि के रूप में डॉ. प्रवीण कुमार, सहायक महानिदेशक (समुद्री मात्स्यिकी), भारतीय कृषि अनुसंधान परिषद (भाकृअनुप), नई दिल्ली के प्रतिनिधि श्रीमती सीमा चोपड़ा (राजभाषा), श्री राजीव लाल, मुख्य प्रशासनिक अधिकारी, केन्द्र के प्रभारी अधिकारी डा. एस. पी. काम्बले, मोहम्मद कासिम, मुख्य तकनीकी अधिकारी (राजभाषा) तथा श्री वाकमबन आनन्द मितई, उपस्थित थे। बैठक के प्रारंभ में केन्द्र के प्रभारी अधिकारी ने उपस्थित भाकृअनुप-केन्द्रीय अंतर्स्थलीय मात्स्यिकी अनुसंधान संस्थान, बैरकपुर के अधिकारियों तथा भारतीय कृषि अनुसंधान परिषद (भाकृअनुप), नई दिल्ली के प्रतिनिधियों का परिचय करवाया ।
निरीक्षण बैठक प्रारंभ होते ही संसदीय राजभाषा समिति के संयोजक माननीया प्रो. रीता बहुगुणा जोशी ने बताया कि राजभाषा समिति देश में विभिन्न केंद्रीय कार्यालयों का निरीक्षण कर इनमें हिंदी भाषा में हो रहे कार्यों का आंकलन कर अपनी रिपोर्ट बनाकर गृह मंत्री के समक्ष पेश करती है।
निरीक्षण के दौरान तैयार प्रश्नावली के आधार पर सवाल किए गए । समिति के सदस्यों ने हिंदी में कार्य करने संबंधी कमियों को सुधारने के निर्देश दिए। प्रस्तुत रिकार्ड संतोषजनक रहा। राजभाषा नीति के अनुपालन हेतु केन्द्र द्वारा किये जा रहे प्रयासों पर माननीय सदस्यों ने संतोष व्यक्त किया। जो थोड़ी गलतियां सामने आई, उन्हें सुधारने के निर्देश दिए।
निरीक्षण कार्यक्रम को देखते हुए वडोदरो केन्द्र द्वारा राजभाषा हिन्दी में किए गए कार्यों की एक प्रदर्शनी आयोजित की गई । संसदीय समिति के गणमान्य सदस्यों ने बड़ी ही उत्सुकता के साथ प्रदर्शित सामग्रियों को देखा तथा विभिन्न तकनीकी तथा प्रशासनिक प्रकाशनों के बारे में जानकारी ली। समिति के संयोजक माननीया प्रो. रीता बहुगुणा जोशी ने संस्थान की गृह पत्रिका नीलांजलि के प्रकाशन कार्यों की सराहना की।
भारतीय कृषि अनुसंधान परिषद (भाकृअनुप), नई दिल्ली के प्रतिनिधि डा. प्रवीण कुमार, सहायक महानिदेशक (समुद्री मात्स्यिकी) ने धन्यवाद ज्ञापन दिया।