भाकृअनुप –केन्द्रीय अन्तर्स्थलीय मात्स्यिकी अनुसंधान संस्थान के क्षेत्रीय केंद्र गुवाहाटी में "उत्तर पूर्वी क्षेत्र के मत्स्य पालन और जलीय कृषि के लिए पारिस्थितिकी तंत्र-आधारित प्रबंधन" पर ऑनलाइन संवादात्मक कार्यक्रम आयोजित
भाकृअनुप –केन्द्रीय अन्तर्स्थलीय मात्स्यिकी अनुसंधान संस्थान के क्षेत्रीय केंद्र गुवाहाटी ने भाकृअनुप -कृषि तकनीकी अनुप्रयोग संस्थान (अटारी), जोन-VI, गुवाहाटी के सहयोग से "उत्तर पूर्वी क्षेत्र के मत्स्य पालन और जलीय कृषि के लिए पारिस्थितिकी तंत्र आधारित प्रबंधन" पर एक ऑनलाइन संवादात्मक कार्यक्रम का आयोजन 10.07.21 को 'भारत का अमृत महोत्सव' और 'राष्ट्रीय मत्स्य कृषक दिवस 2021' के अवसर पर किया। असम, अरुणाचल प्रदेश और सिक्किम के 90 कृषि विज्ञान केंद्रों (KVK) का प्रतिनिधित्व करने वाले कुल 467 मछली किसानों और वैज्ञानिकों ने ऑनलाइन कार्यक्रम में भाग लिया। डॉ. बागीश कुमार, वैज्ञानिक, भाकृअनुप-अटारी, गुवाहाटी ने प्रतिभागियों और गणमान्य व्यक्तियों का स्वागत किया। मुख्य व्याख्यान देते हुए, डॉ. ए.के. त्रिपाठी, निदेशक, भाकृअनुप-अटारी, गुवाहाटी ने मछली किसानों द्वारा पूर्वोत्तर क्षेत्र में मत्स्य पालन और जलीय कृषि के लिए पारिस्थितिकी तंत्र-आधारित प्रबंधन की आवश्यकता पर जोर दिया। इनमें मत्स्य अनुसंधान संस्थानों/विश्वविद्यालयों द्वारा विकसित पैकेज-ऑफ-प्रैक्टिस का पालन करना और तालाब में अनावश्यक रसायनों से बचना शामिल है। भाकृअनुप –केन्द्रीय अन्तर्स्थलीय मात्स्यिकी अनुसंधान संस्थान के क्षेत्रीय केंद्र गुवाहाटी के प्रभारी डॉ. बी. के. भट्टाचार्य, ने मत्स्य पालन और जलीय कृषि के लिए पारिस्थितिक तंत्र-आधारित प्रबंधन के वैज्ञानिक आधार को समझाते हुए उनकी दीर्घकालिक स्थिरता के बारे में बताया। उन्होंने क्षेत्र के बहुमूल्य स्वदेशी मछली संसाधनों के संरक्षण के लिए पूर्वोत्तर क्षेत्र के मत्स्य संसाधनों जैसे बील, जलाशयों, नदियों आदि की प्राचीन पारिस्थितिक स्थितियों को बनाए रखने की आवश्यकता पर जोर दिया। डॉ. एस. येंगकोकपम, वरिष्ठ वैज्ञानिक ने धन्यवाद ज्ञापन किया। वैज्ञानिक (डॉ. डी. देबनाथ, श्री ए. के. यादव, डॉ. पी. दास, डॉ. एस.सी.एस. दास, श्रीमती नीति शर्मा, डॉ. एन.एस. सिंह), तकनीकी कर्मचारी (श्री बी.सी. रे, श्री ए. काकाती) और शोधार्थियों (श्री पिकलू देबनाथ, ए. के. बोरगोहेन, डी. बोरदोलोई, कौशिक दास, के. बोरा) ने संवादात्मक सत्र में भाग लिया।