अनुसूचित जनजाति घटक के तहत महिलाओं के लिए "अन्तर्स्थलीय मत्स्य प्रबंधन" पर क्षमता निर्माण कार्यक्रम आयोजित

अनुसूचित जनजाति घटक (एसटीसी) के तहत भाकृअनुप-केंद्रीय अन्तर्स्थलीय मात्स्यिकी अनुसंधान संस्थान, बैरकपुर द्वारा "अन्तर्स्थलीय मत्स्य प्रबंधन" पर पांच दिवसीय क्षमता निर्माण कार्यक्रम का आयोजन 21 सितंबर, 2021 को संस्थान के निदेशक डॉ. बि. के. दास द्वारा किया गया। इस प्रशिक्षण कार्यक्रम में पश्चिम बंगाल के मालदा जिले से कुल 39 महिला मछुआरों ने भाग लिया। मत्स्य पालन में स्थायी तरीके से वृद्धि करने के लिए, प्रबंधन रणनीति के मूल्यांकन और सुधार के लिए प्रशिक्षण आयोजित किया गया। उद्घाटन सत्र में निदेशक डॉ. बि. के. दास ने प्रतिभागियों का स्वागत किया और उन्हें रोजगार और आजीविका सुरक्षा के लिए अन्तर्स्थलीय मत्स्य प्रबंधन के ज्ञान और कौशल को विकसित करने के लिए प्रोत्साहित किया। प्रशिक्षुओं की प्रशिक्षण आवश्यकताओं का आकलन करने के बाद प्रशिक्षण कक्षाएं शुरू की गई । इस क्षमता निर्माण कार्यक्रम में मछली पालन के विभिन्न विषयों जैसे तालाब निर्माण और तैयारी, जल गुणवत्ता प्रबंधन, प्रेरित प्रजनन तकनीक, मिश्रित मछली पालन, नर्सरी में मछली पालन और तालाब प्रबंधन, एसआईएफ के साथ मछली की पॉलीकल्चर पर ज्ञान और कौशल प्रदान किया गया। मछली रोग प्रबंधन, चारा तैयार करना और सजावटी मछली पालन तकनीक भी उन्हें बताया गया। प्रशिक्षुओं का जल गुणवत्ता विश्लेषण पर व्यावहारिक प्रशिक्षण सत्र भी हुआ । अन्तर्स्थलीय जल में कल्चर प्रणाली के बारे में एक समग्र अभिविन्यास देने के लिए पूर्वी कोलकाता आर्द्रभूमि में महिला प्रशिक्षुओं के लिए एक फील्ड एक्सपोजर दौरा भी आयोजित किया गया। इस प्रशिक्षण कार्यक्रम का संचालन डॉ. अपर्णा रॉय, डॉ. पी.के. परिदा, डॉ. सजीना ए.एम. और डॉ. एम. शाया देवी द्वारा किया गया।
  


Updated on 22/09/2021


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2017 Last updated on 22/09/2021