आज़ादी का अमृत महोत्सव वर्ष के उपलक्ष्य में भाकृअनुप-केंद्रीय अन्तर्स्थलीय मात्स्यिकी अनुसंधान संस्थान, बैरकपुर में प्रधानमंत्री प्रधानमंत्री-कृषक संवाद केंद्रित कार्यक्रम
भाकृअनुप-केंद्रीय अन्तर्स्थलीय मात्स्यिकी अनुसंधान संस्थान, बैरकपुर ने दिनांक 28 सितंबर 2021 को कृषकों में जलवायु पर जागरूकता पैदा करने के लिए जलवायु अनुकूल प्रजातियों, प्रौद्योगिकियों और पद्धतियों पर कृषक-वैज्ञानिक संवाद का आयोजन किया। कार्यक्रम का आरम्भ 'जलवायु उन्मुख कृषि' पर एक पावरपॉइंट प्रस्तुति के साथ की गई। इसके बाद, भाकृअनुप-राष्ट्रीय जैविक स्ट्रेस प्रबंधन संस्थान (ICAR-NABIM), रायपुर, छत्तीसगढ़ के उद्घाटन समारोह में माननीय प्रधानमंत्री, श्री नरेंद्र मोदी जी ने संबोधित किया, जिसमें संस्थान के किसानों, वैज्ञानिकों और अन्य कर्मचारियों ने भाग लिया। हमारे माननीय प्रधानमंत्री द्वारा विभिन्न फसलों की पैंतीस जलवायु अनुकूल किस्मों को राष्ट्र को समर्पित किया गया है। इस अवसर पर देश के चार कृषि विश्वविद्यालयों को स्वच्छ हरित परिसर पुरस्कार प्रदान किया गया है। माननीय प्रधानमंत्री जी ने पोषण सुरक्षा के लिए हमारे दैनिक खाद्यान्न में बाजरा के महत्व पर जोर देते हुए इसे हमारे आहार में शामिल करने के लिए कहा जिससे ग्रामीण स्वास्थ्य को और भी उन्नत किया जा सके।
माननीय प्रधानमंत्री के साथ विचार-विमर्श से कृषक बहुत प्रसन्न हुए। इस कार्यक्रम में सामान्य तौर पर जलवायु अनुकूल कृषि और विशेषतः जलवायु-स्मार्ट मत्स्य पालन के विभिन्न पहलुओं पर किसानों को ज्ञान का विस्तार किया गया। माननीय प्रधान मंत्री के सुझावों से आने वाले दिनों में किसानों की आय को दोगुना करने की दिशा में मार्ग प्रशस्त होगा ।
इस कार्यक्रम के बाद संस्थान में कृषक-वैज्ञानिक बैठक का आयोजन किया गया, जिसमें जलवायु परिवर्तन के कारण अन्तर्स्थलीय खुलाजल से जुड़े मछुआरों के सामने आने वाली समस्या के विभिन्न पहलुओं पर प्रकाश डाला गया। इस संवाद कार्यक्रम में पश्चिम बंगाल के 103 किसानों ने भाग लिया। कार्यक्रम की परिकल्पना और क्रियान्वयन संस्थान के निदेशक, डॉ. बि. के. दास ने किया।