"आय सृजन के लिए सतत जलाशय मात्स्यिकी प्रबंधन" पर एनएफडीबी प्रायोजित जागरूकता कार्यक्रम

भाकृअनुप-केंद्रीय अन्तर्स्थलीय मात्स्यिकी अनुसंधान संस्थान के बेंगलुरु क्षेत्रीय केंद्र ने 14 फरवरी 2022 को "आय सृजन के लिए सतत जलाशय मत्स्य प्रबंधन" पर राष्ट्रीय मत्स्य विकास बोर्ड (एनएफडीबी) प्रायोजित एक जागरूकता कार्यक्रम आयोजित किया। डॉ सिबिना मोल एस ने कार्यक्रम में उपस्थित सभी प्रतिभागी का स्वागत किया । संस्थान के निदेशक डॉ बसंत कुमार दास ने परिचयात्मक टिप्पणी की और जलाशय मत्स्य पालन के प्रबंधन और अन्तर्स्थलीय मछुआरों की आजीविका में इसके योगदान के लिए संस्थान द्वारा की जा रही अनुसंधान गतिविधियों की जानकारी दी। बेंगलुरू केंद्र की प्रमुख डॉ. प्रीता पणिक्कर ने जलाशय मात्स्यिकी प्रबंधन की जानकारी दी। क्षेत्रीय केंद्र के वैज्ञानिक श्री. एम. कार्तिकेयन, डॉ. अजॉय साहा, डॉ. सिबिना मोल एस. और सुश्री जेस्ना पी.के., ने जलाशयों से मछली उत्पादन बढ़ाने और मछुआरों के सामाजिक-आर्थिक विकास के लिए विभिन्न विषयों पर प्रस्तुतियां दीं। कार्यक्रम वर्चुअल मोड पर आयोजित किया गया था और भारत के विभिन्न राज्यों के लगभग 100 प्रतिभागियों ने कार्यक्रम में भाग लिया। मत्स्य विभाग के अधिकारियों, विश्वविद्यालयों और अनुसंधान संस्थानों के छात्रों और विद्वानों और हितधारकों ने सक्रिय रूप से इसमें भाग लिया। डॉ. सिबिना मोल एस. ने धन्यवाद ज्ञापित किया। कार्यक्रम का संचालन डॉ. प्रीता पणिक्कर ने किया और समन्वयक डॉ. सिबिना मोल एस. थी ।


15/02/22 को अद्यतन किया गया


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