उन्होंने कुलतली के महिला सजावटी मछुआरों को, बाजार की मांग, सजावटी मछलियों के प्रजनन, विपणन और एक्वैरियम के सामान को ध्यान में रखकर काम करने की सलाह दी। कुलतली मिलन तीर्थ सोसाइटी के श्री लोकमन मोल्ला ने सुंदरबन क्षेत्र में बड़े पैमाने पर लाभार्थियों को शामिल करते हुए, उनकी आजीविका के उत्थान के लिए सिफ़री द्वारा किए गए कार्यों की सराहना की, जो अपने आप में अद्वितीय है। सिफ़री के एससीएसपी के नोडल अधिकारी डॉ. पी.के.परिदा ने भी वैज्ञानिक मछली पालन पर एक प्रस्तुति दी और संक्षेप में बताया कि इन बड़े पैमाने पर जागरूकता कार्यक्रमों में शामिल मछुआरों को क्या-क्या लाभ होगा। इस कार्यक्रम के दौरान सजावटी मत्स्य पालन पर एक पुस्तक, और खाद्य भी महिला सजावटी मछुआरों को वितरित की गई। अंतिम दिन यानी 21 मई 2022 को सिफ़री ने पोचापारा और झारखली गांवों के 20 मछली किसानों और सोनाखली गांवों के 12 सजावटी मछुआरों के साथ बातचीत की। इन तीन दिनों के कार्यक्रम के दौरान मत्स्य कृषकों ने सिफ़री द्वारा की गई मदद की सराहना की और क्षमता निर्माण कार्यक्रमों के माध्यम से अपने कौशल को और उन्नत करने की इच्छा भी व्यक्त किया। माननीय प्रधान मंत्री के सपने "किसानों की आय हो दोगुना" को साकार करने के उद्देश्य से, सिफ़री पिछले नवंबर कार्यरत है । एक साल में इस क्षेत्र के 500 मछुआरों के समूह में 32 लाख के इनपुट के बदले रु. 2.0 करोड़ रुपये लाभ ही सिफ़री का महान उद्देश्य हैं। यह देखा गया है कि 6 महीने के भीतर लगभग 70 लाख (लगभग दोगुनी आय) उत्पन्न करने में सिफ़री सक्षम हुआ हैं।