डॉ. दास ने उन्हें जलाशयों में मछली उत्पादन बढ़ाने के लिए पेन पालन के माध्यम से मछली के बीज उगाने और जलीय खरपतवार वाले बंद जलाशयों में ग्रास कार्प पालन अपनाने की सलाह दी। प्रशिक्षुओं को पेन पालन के विभिन्न पहलुओं जैसे स्थल चयन, जल गुणवत्ता प्रबंधन, पेन में मत्स्य आहार प्रबंधन, पालित प्रजातियों में रोग प्रबंधन और छोटे जलाशयों का समग्र प्रबंधन के बारे में प्रशिक्षण दिया गया। इसके अलावा उन्हे 26 मई 2022 को पश्चिम बंगाल के खोलसे बील में पेन पालन पर एक प्रदर्शन किया गया।