इसी क्रम में दिनांक 26 मई 2022 को नवद्वीप के मायापुर में गंगा नदी में दो लाख भारतीय मेजर कार्प के बीजों की रैंचिंग की गई। इन बीजों को कृत्रिम रूप से गंगा के ब्रूड मछलियों के पालन से विकसित किया गया है। इस अवसर पर संस्थान के निदेशक, डॉ बि के दास ने स्थानीय मछुआरों को नदी मे मत्स्य पालन के प्रति जागरूक करते हुए नदी पुनरुद्धार के महत्व पर प्रकाश डाला। उन्होंने कहा कि मछुआरों के आजीविका का का मुख्य आधार “अविरल धारा’ एवाओ निर्मल धारा वाले सिद्धांत पर नर्भर है। इस कार्यक्रम का आयोजन सहायक मत्स्य निदेशक, सचिव, पीएफसीएस और स्थानीय सामाजिक कार्यकर्ताओं और मछुआरों के सानिध्य में किया गया।