नमामि गंगे परियोजना के तहत सिफरी द्वारा भागलपुर में गंगा नदी में रैन्चिंग कार्यक्रम
2 जून, 2022
भाकृअनुप-केन्द्रीय अन्तर्स्थलीय मात्स्यिकी अनुसंधान संस्थान (सिफरी) बैरकपुर, कोलकाता द्वारा नमामि गंगे परियोजना के तहत ‘राष्ट्रीय रैन्चिंग कार्यक्रम-2022’ के अवसर पर भागलपुर के डॉलफिन संरक्षण एवं पर्यावरण संवेदी क्षेत्र (Eco sensitive) क्षेत्र के अंतर्गत गंगा नदी में करीब दो लाख मछलियों को छोड़ा गया। इस कार्यक्रम का उद्देश्य गंगा नदी की जैव विविधता को बनाये रखना एवं मछुआरों के बेहतर जीवीकोपार्जन हेतु उचित दिशा देना है। साथ ही यह गंगा में प्रदुषण स्तर भी को कम करने तथा नदीय पारिस्थितिकी को बनाये रखने में सहायक है।
इस मौके पर संस्थान के के निदेशक एवं नमामि गंगे परियोजना के प्रधान अनुवेषक, डॉ. बसंत कुमार दास ने कहा कि इस परियोजना के तहत संस्थान वर्ष 2018 से ही रैन्चिंग कार्यक्रम का शुभारंभ कर चुका है जिसके अंतर्गत लगभग 50 लाख से ज्यादा इंडियन मेजर कार्प प्रजातियों, रोहू, कतला, कलबासु की अंगुलिकाओ को उत्तराखंड, उत्तर प्रदेश, बिहार, झारखण्ड और पश्चिम बंगाल के गंगा नदी के विभिन्न नदी घाटों से छोड़ा जा चुका है। वर्तमान में उक्त रैन्चिंग कार्यक्रम मिशन मोड में किया जा रहा है, जिससे बहुत ही कम दिनों में अधिक से अधिक मत्स्य बीजों को गंगा नदी में छोड़ा जा सके। इसके अंतर्गत गंगा नदी से पकड़ी गई ब्रूड को अंगुलिकाओ के आकार तक बड़ा किया जाता है एवं उन्हें गंगा नदी में छोड़ा जाता है इस नदी की गंगा की जैवविविधता बनी रहे।
इस अवसर पर उपस्थित जिलाधिकारी, श्री सुब्रत कुमार सेन ने कार्यक्रम की सराहना करते हुए कहा कि छोड़ी गई मछलियाँ गंगा नदी की पारिस्थितिकी को सुदृढ़ करेगी एवं स्थानीय मछुआरों के आजीविका की समस्या को दूर करने के साथ डॉलफिन संरक्षण में भी सहायक होंगी। इस कार्यक्रम में कृषि विज्ञान केंद्र के डॉ. जियाउल और मत्स्य उपनिदेशक, श्री शैलेन्द्र कुमार ने कहा कि मछुआरों को छोटी मछलियों को नही पकड़ना चाहिए तथा मत्स्यन पद्धति भी ऐसी हो जिससे अन्य मछलियों की मृत्यु ना हो।
इस कार्यक्रम में संस्थान के वैज्ञानिक, डा हिमांशु स्वाइन तथा डा विकास कुमार; स्थानीय जिला मत्स्य अधिकारी; श्री कन्हैया कुमार, मत्स्य विकास पदाधिकारी; श्री राजकुमार जी; श्री अरुण कुमार, मत्स्य जीवी सहयोग समिति, सुल्तानगंज शोधार्थी स्थानीय मत्स्य पालक और मत्स्य व्यवसायी सह 100 लोग उपस्थित थे ।