नमामि गंगे परियोजना के तहत सिफरी ने पटना में गंगा नदी में रैन्चिंग किया
3 जून, 2022
नमामि गंगे परियोजना के तहत सिफरी ने पटना में गंगा नदी में रैन्चिंग किया नमामि गंगे परियोजना, भाकृअनुप-केन्द्रीय अन्तर्स्थलीय मात्स्यिकी अनुसंधान संस्थान, बैरकपुर, कोलकाता के द्वारा राष्ट्रीय रैन्चिंग कार्यक्रम के तहत दिनांक 3 जून 2022 को पटना, बिहार में एक रैन्चिंग कार्यक्रम आयोजित किया गया। इस अवसर पर भारतीय मेजर कार्प के 2 लाख मछली बीज को पटना के गंगा नदी में छोड़ा गया। इस रैन्चिंग का उद्देश्य गंगा नदी में मत्स्य प्रजातियों का संरक्षण और पुनरुद्धार करना है। कार्यक्रम का आयोजन मुख्य अतिथि, माननीय उपमुख्यमंत्री, बिहार सरकार श्री तारकिशोर प्रसाद की पावन उपस्थिति में किया गया। इस अवसर पर कृत्रिम रूप से तैयार किए गए ब्रूड मछलियों के बीजों को गंगा नदी में छोड़ा गया।

इस कार्यक्रम में सिफरी के निदेशक, डॉ. बसंत कुमार दास और प्रधान अन्वेषक, नमामि गंगे; डॉ. रामेश्वर सिंह, कुलपति, बिहार पशु विज्ञान विश्वविद्यालय, पटना; डॉ. आशुतोष उपाध्याय, निदेशक, भारतीय कृषि अनुसंधान परिषद का पूर्वी अनुसंधान परिसर, पटना और श्री निशात अहमद, निदेशक, मत्स्य विभाग, बिहार सरकार ने स्थानीय मछुआरों को रैन्चिंग के महत्व तथा मछलियों के संरक्षण प्रति संवेदनशील बनाया। उन्होंने कहा कि इस रैन्चिंग कार्यक्रम उद्देश्य नदी की "अविरल धारा" और "निर्मल धारा" को बनाए रखना है। कार्यक्रम में सिफरी के वैज्ञानिक, मत्स्य निदेशक, सचिव, पीएफसीएस, स्थानीय सामाजिक कार्यकर्ता और मछुआरे उपस्थिति थे ।





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