सिफ़री के निदेशक और ‘नामामी गांगे’ परियोजना के प्रधान अन्वेषक डॉ. बसंत कुमार दास की उपस्थिति में हूगली जिले के बलागढ़ फेरी घाट में रैंचिंग सह जागरूकता कार्यक्रम का आयोजन किया गया। श्रीपुर बलागढ़ मछुआरों कोऑपरेटिव सोसाइटी के सहयोग से रोहू, कतला और मृगाल के कुल 1.15 लाख कृत्रिम रूप से प्रजनित मछली जर्मप्लाज्म को बलागढ़ में छोड़ा गया। कोऑपरेटिव सोसाइटी और सिफ़री के संयुक्त प्रयास से न सिर्फ देशी मछलियों का संरक्षण होगा साथ ही मछुआरों की आजीविका में भी वृद्धि होगी।
रैंचिंग के साथ-साथ स्थानीय मछुआरों और सिफ़री के बीच हिलसा रैंचिंग और संरक्षण संबंधित एक बैठक भी आयोजित की गई।