मछली, मछुआरे और आईसीएआर-सिफरी: राष्ट्र की सेवा के 77 वर्ष |
स्थापना दिवस कार्यक्रम का शुभारंभ केक काटकर किया गया, इसके बाद शांति के प्रतीक कबूतरों को छोड़ा गया। डॉ. बि. के. दास, निदेशक, भाकृअनुप-केंद्रीय अंतर्स्थलीय मात्स्यिकी अनुसन्धान संस्थान ने अपने स्वागत भाषण में अंतर्स्थलीय खुले जल में मत्स्य पालन बढ़ाने के विभिन्न पहलुओं पर पिछले 76 उपयोगी वर्षों के दौरान संस्थान द्वारा किये गये कार्य और उपलब्धियों के बारे में जानकारी दी, जिसको पूरे भारत में मछुआरा समुदायों द्वारा अपनाया गया ।
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श्री अवनींद्र सिंह, आईएएस, सचिव, पश्चिम बंगाल सरकार, मत्स्य विभाग, ने मुख्य अतिथि के रूप में अपने संबोधन में भाकृअनुप-सिफरी के सभी अधिकारियों और कर्मचारियों को 77वें स्थापना दिवस पर बधाई दी। उन्होंने नयी आने वाली पश्चिम बंगाल अंतर्देशीय मत्स्य नीति की जानकारी दी और राज्य में मत्स्य पालन के विकास के लिए पश्चिम बंगाल सरकार द्वारा चलाए जा रहे विभिन्न कार्यक्रमों पर जोर दिया।.
इस अवसर पर नीलांजलि (हिंदी पत्रिका), सिफरी मासिक समाचार, और तेलंगाना राज्य के जल निकायों के मानचित्रण नामक पुस्तक का विमोचन किया गया।.
150 किसानों और उद्यमियों की उपस्थिति के साथ किसान-वैज्ञानिक संवाद का आयोजन किया गया। प्रगतिशील मछली किसानों ने अपने ज्ञान को अन्य प्रतिभागियों के साथ साझा किया। उनके सवालों का जवाब वैज्ञानिकों ने दिया।