गंगासागर में हिलसा और डॉल्फिन संरक्षण पर जागरूकता कार्यक्रम आयोजित
बैरकपुर,6 अप्रैल, 2023
गंगासागर में 6 अप्रैल, 2023 को गंगा डॉल्फिन और हिलसा संरक्षण पर जागरूकता कार्यक्रम आयोजित किया गया। इस संवेदीकरण कार्यक्रम में कुल 71 (n=71) मछुआरों और स्थानीय लोगों ने भाग लिया। नमामि गंगे (एनएमसीजी) परियोजना के प्रधान अन्वेषक (पीआई) डॉ. बि.के. दास के मार्गदर्शन में कार्यक्रम का सफल आयोजन किया गया। इस कार्यक्रम की अध्यक्षता नमामि गंगे (एनएमसीजी) परियोजना के सहायक अन्वेषक डॉ. ए.के. साहू, और डॉ. डी.के. मीना और वरिष्ठ सलाहकार डॉ. संदीप बेहरा ने लोगों को जागरूक करते हुए किया। अपने भाषण में डॉ. डी.के. मीणा ने मछुआरों को गंगा प्रदूषण के प्रति जागरूक किया, मछली पकड़ने के लिए मच्छरदानी का प्रयोग न करने की सलाह दी। डॉ. ए.के. साहू ने मछुआरे को छोटी हिलसा को न पकड़ने के बारे में जागरूक किया और उनसे अनुरोध किया कि वे छोटे आकार के जाल का उपयोग न करें। उन्होंने उन्हें ब्रीडिंग के समय हिलसा पकड़ने के लिए प्रतिबंध रखने की भी सलाह दी। उन्होंने उन्हें गंगासागर क्षेत्र के आसपास की नहरों को पुनर्जीवित करने के लिए भी प्रोत्साहित किया, जहां कभी हिलसा पाई जाती थी। वरिष्ठ सलाहकार डॉ. बेहरा ने स्थानीय लोगों को डॉल्फिन संरक्षण के बारे में जागरूक किया और माँ गंगा में प्रदूषण को कम करने पर इसके प्रभाव का उल्लेख किया। उन्होंने निर्मल गंगा, अबीरल गंगा, अर्थ गंगा, ज्ञान गंगा और जन गंगा अवधारणा पर भी जोर दिया।