इस अवसर पर कार्यक्रम के विशिष्ट अतिथि डॉ यू के सरकार, निदेशक, ICAR-NBFGR, लखनऊ ने सभा में उपस्थित मछुआरों को संबोधित करते हुए मछुआरों और गंगा नदी के लिए मछलियों के महत्व को बताया तथा छोटे मछलियों को पकड़ने से माना किया । कार्यक्रम में रायबरेली जनपद के सहायक मत्स्य निदेशक श्रीमती सुनीता वर्मा ने कहा कि मछलियों को बचाने में मछुआरों का योगदान महत्वपूर्ण है और गंगा नदी में मत्स्य विविधता बढ़ाने में वे कैसे सहयोग दे सकते हैं बताया । श्री राजेश शर्मा, सह संयोजक गंगा विचार मंच, काशी प्रान्त, राष्ट्रीय स्वच्छ गंगा मिशन ने नमामि गंगे परियोजना के बारे में जानकारी दी साथ ही लोगो को गंगा को स्वच्छ रखने का संकल्प दिलाया। डॉ॰ अवसार आलम, वैज्ञानिका ने जैव विविधता और मछलियों के बारे में जागरूक किया तथा गंगा को साफ रखने के लिए के लिए कहा । सभा को श्री और श्री ने भी संबोधित किया ।
कार्यक्रम में आस-पास गाव के मत्स्य पालक, मत्स्य व्यवसायी तथा गंगा तट पर रहने वाले स्थानीय लागों ने भाग लिया। अन्त में संस्थान के वैज्ञानिका डा० वी आर ठाकुर ने धन्यवाद ज्ञापन करते हुए आस्वस्त किया कि समाज के भगीदारी से हम इस परियोजना के उद्देष्यों को पाने में सफलता प्राप्त करेंगे। कार्यक्रम में संस्थान के अन्य अधिकारियों ने भाग लिया और सभा को सम्बोधित किया।