डॉ. वी. एल. राम्या, वैज्ञानिक ने सभा का स्वागत किया। डॉ. प्रीता पणिक्कर, प्रमुख, क्षेत्रीय केंद्र, आईसीएआर-सिफरी ने परिचयात्मक टिप्पणी दी और अंतर्स्थलीय मत्स्य पालन क्षेत्र में सुधार में संस्थान की भूमिका पर भी बात की। डॉ. मीनाकुमारी, पूर्व डीडीजी (मत्स्य विज्ञान) आईसीएआर, नई दिल्ली ने सभा को संबोधित किया और उन्हें जिम्मेदारी द्वारा मछली पकड़ने के बारे में बताया। धर्मपुरी क्षेत्र के मत्स्य पालन उप निदेशक श्री सी. सुब्रमणि ने अध्यक्षीय भाषण दिया। धर्मपुरी जिले के मत्स्य पालन के सहायक निदेशक श्री जी. गोकुलरामन ने मछुआरों के कल्याण के लिए विभिन्न विभागीय योजनाओं के बारे में विस्तार से बताया। सुश्री जेसना पी.के. वैज्ञानिक ने धन्यवाद प्रस्ताव प्रस्तुत किया। कार्यक्रम का समन्वयन डॉ. प्रीता पणिक्कर, डॉ. वी.एल. राम्या और सुश्री जेसना पी.के. द्वारा किया गया और सह-समन्वय डॉ. सिबिना मोल एस. और डॉ. सोनालिका साहू द्वारा किया गया।