सिफ़री बैरकपुर में सतत मत्स्य पालन और डेयरी पर अंतर्राष्ट्रीय कार्यशाला सह प्रशिक्षण कार्यक्रम, 2023
बैरकपुर , 06 दिसंबर, 2023
आईसीएआर – सिफ़री, बैरकपुर आईसीएआर – सिफ़री , बैरकपुर में 6 से 19 दिसंबर 2023 के दौरान शुरू हुई सतत मत्स्य पालन और डेयरी पर एक अंतर्राष्ट्रीय कार्यशाला सह प्रशिक्षण कार्यक्रम । कार्यक्रम में कंबोडिया, लाओ पीडीआर, म्यांमार और वियतनाम के 24 अंतर्राष्ट्रीय प्रतिनिधि भाग लेंगे। कार्यक्रम का उद्देश्य खाद्य और पोषण सुरक्षा के संदर्भ में मत्स्य पालन वृद्धि और डेयरी उत्पादन के लिए वर्तमान प्रबंधन प्रथाओं की समीक्षा करना, बाधाओं, जोखिमों और अन्य समस्याओं की पहचान करना और उनका समाधान करना और संभावित सुधारों का प्रस्ताव देना है। कार्यक्रम का उद्घाटन मुख्य अतिथि डॉ. एच. पाठक, सचिव डेयर और महानिदेशक, आईसीएआर द्वारा किया गया ।

उप महानिदेशक (डीडीजी) मत्स्य पालन और पशु विज्ञान डॉ. जे.के. जेना; सुश्री परमिता त्रिपाठी, आईएएस, संयुक्त सचिव, हिंद-प्रशांत प्रभाग, विदेश मंत्रालय, भारत सरकार, और प्रोफेसर श्याम सुंदर दाना, कुलपति, डब्ल्यूबीयूएएफएस सम्मानित अतिथि के रूप में उपस्थित थे। सिफ़री के निदेशक डॉ. बि.के. दास ने बताया की प्रस्तुत कार्यशाला के माध्यम से अन्तर्स्थलीय खुले जल मत्स्य पालन और डेयरी प्रबंधन के संचालन और निगरानी में ज्ञान और कौशल की वृद्धि होने की संभावना है और भारत के साथ भाग लेने वाले देशों की द्विपक्षीय सहयोग में भी वृद्धि होने की संभावना है। सिफ़री के साथ सहयोगी आईसीएआर संगठनों जैसे एनडीआरआई, कोलकाता, आईवीआरआई, कोलकाता और पश्चिम बंगाल पशु एवं मत्स्य विज्ञान विश्वविद्यालय (डब्ल्यूबीयूएएफएस) के विशेषज्ञ भी इस कार्यशाला में शामिल होंगे। विकासशील देशों में खाद्य और पोषण सुरक्षा के लिए मत्स्य पालन और डेयरी आवश्यक क्षेत्र जो लाखों लोगों को आजीविका प्रदान करते हैं और राष्ट्रीय अर्थव्यवस्था में महत्वपूर्ण योगदान देते हैं। हालाँकि, इन क्षेत्रों को जलवायु परिवर्तन, अत्यधिक मछली पकड़ने और प्रदूषण सहित कई चुनौतियों का सामना करना पड़ता है। यह सुनिश्चित करने के लिए टिकाऊ प्रथाएं आवश्यक हैं कि ये क्षेत्र अन्तर्स्थलीय मत्स्य पालन प्रबंधन, पशुधन उत्पादन, संरक्षण, बीमारियों से सुरक्षा और स्टॉक में सुधार और डेयरी विकास के माध्यम से भावी पीढ़ियों के लिए भोजन और पोषण सुरक्षा प्रदान करना जारी रख सकें।

इस तरह के प्रशिक्षण -सह-कार्यशाला एशियाई देशों में मत्स्य पालन और डेयरी के क्षेत्रीय विकास के साथ ही भाईचारे को मजबूत करने में बहुत मददगार होती है। यह प्रशिक्षण कार्यक्रम भारतीय विदेश मंत्रालय के तकनीकी और आर्थिक सहयोग (आईटीईसी) के द्वारा प्रायोजित भारत-प्रशांत क्षेत्र के देशों के लिए सतत मत्स्य पालन और डेयरी पर क्षमता निर्माण पर ध्यान केंद्रित करेगा।





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