आईसीएआर-सिफ़री में मछली प्रोटिओमिक्स पर कार्यशाला आयोजित
बैरकपुर , 16-18, जनवरी, 2024
आईसीएआर-सिफ़री द्वारा संकाय, शोधकर्ताओं और छात्रों के लिए 03 दिवसीय कार्यशाला का आयोजन संस्थान के मुख्यालय में 16 से 18 जनवरी 2024 तक किया गया । डॉ. बी.पी. मोहंती, एडीजी (अन्तर्स्थलीय मत्स्य पालन), नई दिल्ली, और संस्थान के निदेशक डॉ. बि.के. दास ने कार्यक्रम का उद्घाटन किया और जलीय कृषि में प्रमुख क्षेत्रों को संबोधित करने के लिए मछली प्रोटिओमिक्स प्रौद्योगिकियों की आवश्यकता और इसकी संभावनाओं पर जोर दिया। डॉ. बी.पी. मोहंती ने खाद्य उद्योग, रोग निदान, नैदानिक अध्ययन, बायोमार्कर की खोज और दवाई की खोज में प्रोटिओमिक्स उपकरणों के महत्व पर प्रकाश डाला। डॉ. बि.के. दास ने मछली, बैक्टीरिया, कवक या किसी भी जीव या कोशिका प्रकार में प्रोटीन और उनकी सेलुलर गतिविधियों की बातचीत, कार्य, संरचना और संरचनाओं के अध्ययन में प्रोटिओमिक्स प्रौद्योगिकी की भूमिका पर जोर दिया।

कार्यशाला पाठ्यक्रम को सुरक्षा, गुणवत्ता और स्वास्थ्य से संबंधित मत्स्य पालन के विभिन्न क्षेत्रों में उनके अनुप्रयोगों के लिए उपलब्ध जैव सूचना विज्ञान संसाधनों के साथ-साथ विभिन्न प्रोटिओमिक्स तकनीकों को कवर करने के लिए डिज़ाइन किया गया था। प्रतिभागियों को प्रोटीन अलगाव और अनुमान, 1डी जेल एल्क्ट्रोफोरेसिस, 2डी जेल एल्क्ट्रोफोरेसिस, प्रोटीन मॉडलिंग (2डी और 3डी) और मछली बलगम ज्योग्राफी पर व्यावहारिक प्रशिक्षण भी दिया गया। कार्यशाला में हिमाचल प्रदेश केंद्रीय विश्वविद्यालय, ब्रेनवर्क यूनिवर्सिटी, बारासात; मत्स्य पालन महाविद्यालय, गुमला; बर्दवान विश्वविद्यालय और मत्स्य पालन महाविद्यालय, ढोली के संकाय, स्नातक और स्नातकोंत्तर छात्रों, शोधकर्ताओं और संकायों ने भाग लिया। निदेशक डॉ. बि .के. दास की प्रेरणा से श्री पी. मौर्य, डॉ. वी. कुमार, डॉ. एस. रॉय और डॉ. एस. गांगुली ने कार्यशाला का समन्वय किया।





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