कर्नाटक के चिकिलिहोल जलाशय में “जलाशय मत्स्य पालन प्रबंधन” और टीएसपी के तहत क्रेट और आइसबॉक्स वितरण पर जन जागरूकता कार्यक्रम
25th सितंबर, 2024

आईसीएआर-सिफ़री के क्षेत्रीय केंद्र, बैंगलोर ने 25 सितंबर 2024 को कर्नाटक के कोडागु जिले के चिकिलिहोल जलाशय में “जलाशय मत्स्य पालन के प्रबंधन पर जन जागरूकता कार्यक्रम” का आयोजन किया। संस्थान के निदेशक डॉ. बि. के. दास, के मार्गदर्शन में जनजातीय उपयोजना (टीएसपी) के तहत दो महिला लाभार्थियों सहित पंद्रह जनजातीय मछुआरों को क्रेट और आइसबॉक्स वितरित किए गए।

कार्यक्रम में कोडागु जिले के 50 मछुआरों ने भाग लिया। क्षेत्रीय केंद्र की प्रमुख डॉ. प्रीता पाणिक्कर ने परिचयात्मक टिप्पणी प्रस्तुत की और जलाशय मत्स्य प्रबंधन के बारे में बताया। श्रीमती मिलाना के. भारथ , सहायक निदेशक, मत्स्य विभाग, कोडागु जिला, कर्नाटक ने मत्स्य विभाग द्वारा दिए गए विभिन्न विकास योजनाओं के बारे में विस्तार से बताया। सोमवारपेट के तालुक पंचायत के कार्यकारी अधिकारी श्री परमेश कुमार ने सभा को संबोधित किया। डॉ. वी.एल. राम्या ने जलाशय मत्स्य प्रबंधन में प्रजाति संवर्धन पर व्याख्यान दिया। श्रीमती जेसना पी.के. ने स्थायी मछली उत्पादन के लिए कल्चर आधारित मत्स्य पालन की संभावनाओं पर बात की।

कार्यक्रम का समन्वय डॉ. प्रीता पाणिक्कर, डॉ. वी.एल. राम्या और सुश्री जेसना पी.के. द्वारा किया गया।





यह वेबसाइट भाकृअनुप-केन्द्रीय अन्तर्स्थलीय मात्स्यिकी अनुसंधान संस्थान, भारतीय कृषि अनुसंधान परिषद, कृषि अनुसंधान और शिक्षा विभाग, कृषि और किसान कल्याण मंत्रालय, भारत सरकार के तहत एक स्वायत्त संगठन से सम्बंधित है। कॉपीराइट @ 2010 आईसीएआर, यह वेबसाइट 2017 से कृषि ज्ञान प्रबंधन इकाई द्वारा विकसित और अनुरक्षित है।
अंतिम बार 24/09/24 को अद्यतन किया गया