- नदी मात्स्यिकी प्रबंधन पर आईसीएआर-सीआईएफआरआई द्वारा आयोजित सैटेलाइट संगोष्ठी: 13वां आईएफएएफ
- मत्स्य पालन क्षेत्र में लैंगिक समानता और महिलाओं की भूमिका पर जोर देना हैं समय की मांग: डॉ. मीना कुमारी, पूर्व डीडीजी (मात्स्यिकी विज्ञान)
- छात्रों को मत्स्य पालन और जलीय कृषि क्षेत्र में नौकरी और कैरियर के अवसरों पर मिला मार्गदर्शन
- मत्स्य पालन में मछली एक अभिन्न स्टेकहोल्डर है - केंद्रीय मत्स्य पालन मंत्री, श्री परषोत्तम रूपाला
- बिहार के दरभंगा जिले के मछली किसानों के ज्ञान और कौशल में वृद्धि: आईसीएआर- सिफ़री की पहल
- आईसीएआर-सिफ़री द्वारा गंगा पूजा और संरक्षण हेतु सर पुंटी रेंचिंग
- सिफरी ने आर्द्रभूमि के सतत उपयोग हेतु विश्व आर्द्रभूमि दिवस मनाया
- सिफ़री द्वारा "अन्तर्स्थलीय खुले जल में मछली रोग निदान और स्वास्थ्य प्रबंधन" पर लघु प्रशिक्षण कार्यक्रम
- आईसीएआर-सिफ़री में मछली प्रोटिओमिक्स पर कार्यशाला आयोजित किया
- आईसीएआर-सिफ़री में मछली प्रोटिओमिक्स पर कार्यशाला आयोजित किया
- डॉ. हिमांशु पाठक, सचिव, कृषि अनुसंधान एवं शिक्षा विभाग तथा महानिदेशक, भारतीय कृषि अनुसंधान परिषद, नई दिल्ली ने बैरकपुर में 'नमामि गंगे' के हिस्से के रूप में राष्ट्रीय रैन्चिंग कार्यक्रम के तीसरे चरण का उद्घाटन किया
- प्रशिक्षण के माध्यम से बिहार के शिवहर जिले के मछुआरों के ज्ञान और कौशल का उन्नयन
- सिफ़री द्वारा "अन्तर्स्थलीय खुले जल में मछली रोग निदान और स्वास्थ्य प्रबंधन" पर लघु प्रशिक्षण कार्यक्रम
- झारखंड के विभागीय अधिकारियों को प्रभावी स्वास्थ्य प्रबंधन के लिए 'मछली रोग की रिपोर्ट करें' एप्लिकेशन के बारे में जागरूक किया गया
- आईसीएआर-सिफ़री, बैरकपुर में पीएमएमएसवाई योजना के तहत प्रशिक्षण सह एक्सपोजर विजिट कार्यक्रम आयोजित किया गया,
- सिफ़री बैरकपुर में सतत मत्स्य पालन और डेयरी पर अंतर्राष्ट्रीय कार्यशाला सह प्रशिक्षण कार्यक्रम,
- तमिलनाडु के होगेनक्कल में टीएसपी के तहत जिम्मेदार मछली पकड़ने और मछुआरों को कोरेकल के वितरण पर जन जागरूकता कार्यक्रम
- आईसीएआर के पूर्व उप महानिदेशक (मत्स्य विज्ञान) ने 01.11.2023 को आईसीएआर-सीआईएफआरआई, बैंगलोर के क्षेत्रीय केंद्र का दौरा किया।
- आईसीएआर-सिफ़री ने "गंगा नदी में हिल्सा मत्स्य पालन और संरक्षण पर हितधारक परामर्श सह सलाहकार कार्यशाला" का आयोजन किया
- राष्ट्रीय स्वच्छ गंगा मिशन (एनएमसीजी) परियोजना के तहत "गंगा नदी में मछली संरक्षण और रैन्चिंग पर हितधारक परामर्श सह सलाहकार समापन कार्यशाला” का आयोजन
- आईसीएआर-सिफ़री ने "जलवायु परिवर्तन के कारण अन्तर्स्थलीय मत्स्य पालन की संवेदनशीलता" पर कार्यशाला आयोजित किया
- भाकृअनुप-केन्द्रीय अन्तर्स्थलीय मात्स्यिकी अनुसंधान संस्थान में हिन्दी सप्ताह 2023 का आयोजन
- भाकृअनुप- केन्द्रीय अन्तर्स्थलीय मात्स्यिकी अनुसंधान संस्थान, बैरकपुर में हिन्दी सप्ताह का उद्घाटन
- सिफरी द्वारा डलमऊ में एक लाख मछली को गंगा नदी में छोड़ा गया
- भारत सरकार की ग्रामीण विकास और उपभोक्ता मामले, खाद्य और सार्वजनिक वितरण राज्य मंत्री माननीया साध्वी निरंजन ज्योति ने किया आईसीएआर-सिफ़री, बैरकपुर का दौरा
- किसानों की आय दोगुनी करने के लिए खुले जल में मात्स्यिकी का प्रबंधन विषय पर प्रशिक्षण कार्यक्रम
- सजावटी मछली पालन के माध्यम से सुंदरबन की सजनेखाली इलाके के ग्रामीण महिलाओं की आजीविका में वृद्धि
- अनुसूचित जाति परियोजना के तहत कुलतोली के ग्रामीण महिलाओं को सशक्त बनाना: आईसीएआर-सिफ़री द्वारा की गई पहल
- सजावटी मछली पालन के माध्यम से ग्रामीण महिलाओं की आजीविका में सुधार : आईसीएआर-सिफ़री की एक पहल
- आईसीएआर-सिफ़री में 77वां स्वतंत्रता दिवस मनाया गया
- आईसीएआर-सिफ़री द्वारा बिहार के मुजफ्फरपुर के मछली किसानों के लिए "अन्तर्स्थलीय मात्स्यिकी प्रबंधन" पर क्षमता निर्माण कार्यक्रम
- छत्तीसगढ़ के मत्स्य पालन विभाग के युवा अधिकारियों को आईसीएआर-सिफ़री में प्रशिक्षित किया गया
- बिहार के नवादा जिले के मछली किसानों का क्षमता निर्माण
- आईसीएआर-सिफ़री ने पश्चिम बंगाल के उत्तर 24 परगना और नादिया जिले के बाढ़ग्रस्त आर्द्रभूमि में मछली उत्पादन बढ़ाने के लिए कदम उठाया
- आईसीएआर-सिफ़री द्वारा "अन्तर्स्थलीय मात्स्यिकी प्रबंधन" पर प्रशिक्षण सह क्षमता निर्माण कार्यक्रम आयोजित
- भाकृअनुप- केन्द्रीय अन्तर्स्थलीय मात्स्यिकी अनुसंधान संस्थान, बैरकपुर ने हिमालयन यूनिवर्सिटी, ईटानगर, अरुणाचल प्रदेश के साथ समझौता ज्ञापन पर हस्ताक्षर किए
- भाकृअनुप-सिफरी ने राष्ट्रीय मछली किसान दिवस, 2023 पर प्रगतिशील मछली किसानों को सम्मानित किया
- पश्चिम बंगाल के बीरभूम जिले की आदिवासी महिलाओं के लिए आजीविका विकल्प तैयार करना: आईसीएआर-सिफ़री की एक पहल
- विलुप्त हो रहे मछलियों के दो लाख बीज को सिफरी द्वारा बलिया के गंगा नदी में छोड़ा गया
- सिफ़री ने पटना में रैन्चिंग सह जागरूकता कार्यक्रम का आयोजन किया
- ओडिशा के परजंग ब्लॉक के मछली किसानों के लिए क्षमता निर्माण कार्यक्रम आयोजित
- संस्थान मुख्यालय में विश्व पर्यावरण दिवस मनाया गया
- सिफ़री द्वारा गांगटोक में आयोजित 'सिक्किम में खुले जल मात्स्यिकी का प्रबंधन' पर आलोचनात्मक कार्यशाला और डिक्चू जलाशय का दौरा
- 'नमामि गंगे' परियोजना के तहत बिहार के भागलपुर जिले में रैन्चिंग कार्यक्रम का आयोजन
- कुलतली सुंदरबन में महिला मत्स्यजीवी सम्मेलन का आयोजन
- पश्चिम बंगाल के मत्स्य मंत्री द्वारा किया गया प्रथम केज कल्चर का उद्घाटन
- पश्चिम बंगाल के महिला मछुआरों ने हुगली नदी में रैन्चिंग कार्यक्रम में लिया भाग: सिफ़री द्वारा की गई पहल
- आईसीएआर- सिफ़री ने नेशनल रैन्चिंग कार्यक्रण के रूप में बाली, बेलूर, पश्चिम बंगाल में 2.5 लाख भारतीय मेजर कार्प छोड़ा
- आजादी का अमृत महोत्सव काल में भाकृअनुप-सिफरी, बैरकपुर में एफपीसी बैठक का आयोजन
- उत्तर प्रदेश के फतेहपुर और मिर्जापुर में भाकृअनुप - सिफरी द्वारा ‘राष्ट्रीय रैनचिंग कार्यक्रम 2023'
- आईसीएआर-सिफरी ने पश्चिम बंगाल के सिंदरानी आर्द्रभूमि में 'मछली में रोग नियंत्रण और स्वास्थ्य प्रबंधन' पर जागरूकता कार्यक्रम आयोजित किया
- 6 अप्रैल, 2023 को गंगासागर में हिलसा और डॉल्फिन संरक्षण पर जागरूकता कार्यक्रम आयोजित
- अन्तर्स्थलीय मत्स्य प्रबंधन' पर प्रशिक्षण कार्यक्रम
- प्रशिक्षण के माध्यम से बिहार के दरभंगा जिले के मत्स्य कृषकों का कौशल-विकास और क्षमता-निर्माण किया गया
- आईसीएआर-सिफरी ने 77वां स्थापना दिवस मनाया
- सिफरी द्वारा दस हजार मछलियों को संरक्षण के लिए गंगा नदी में छोड़ा गया
- प्रयागराज में आईसीएआर-सिफरी और एनजीबी (डीयू) द्वारा राष्ट्रीय संगोष्ठी का समापन
- गंगा नदी में हिलसा मछली के संरक्षण और पुनर्स्थापन हेतु रैंचिंग : एक मिशन मोड दृष्टिकोण
- भाकृअनुप-केन्द्रीय अन्तर्स्थलीय मात्स्यिकी अनुसंधान संस्थान ने विश्व आर्द्रभूमि दिवस के अवसर पर ‘आर्द्रभूमि में सतत मत्स्य प्रबंधन' पर विचार-मंथन सत्र का आयोजन किया
- पहाड़ी क्षेत्रों में सजावटी मछली पालन का प्रदर्शन और हितधारकों को परामर्श कार्यक्रम
- एनएबीएल प्रयोगशाला के लिए मूल्यांकनकर्ता का प्रशिक्षण पाठ्यक्रम
- आईसीएआर-सिफरी ने 12-13 जनवरी 2023 को वार्षिक क्रिया प्रतियोगिता का आयोजन किया
- आईसीएआर-नेटवर्क कार्यक्रम (एनईपीपीए) की पहली तकनीकी सलाहकार समिति (टीएसी) की बैठक का आयोजन
- आईसीएआर- सिफ़री ने 10 जनवरी 2023 को विश्व हिन्दी दिवस मनाया
- "अन्तर्स्थलीय खुले जल में बेंथोस की उन्नत पद्धति संबंधी दृष्टिकोण" पर प्रशिक्षण कार्यक्रम
- श्री हेखम डिंगो सिंह, माननीय मत्स्य मंत्री, मणिपुर सरकार ने डुम्बुर जलाशय में "सिफरी पिंजरा पालन स्थल" का दौरा किया
- त्रिपुरा के डुम्बुर जलाशय में 'मछली उत्पादन बढ़ाने के लिए जलाशय में पिंजरा पालन' पर जागरूकता कार्यक्रम
- उमियाम जलाशय में पिंजरा पालन परीक्षण की सफलता के अवसर पर मेघालय में फील्ड दिवस आयोजित किया गया
- ‘नमामी गंगे’ परियोजना के तहत बलागढ़ में आयोजित नैशनल रैन्चिंग प्रोग्राम में महिला मछुआरों की भागीदारी : सिफ़री की एक पहल
- विश्व मात्स्यिकी दिवस पर सिफरी द्वारा मत्स्य जाल का वितरण
- आईसीएआर-सिफरी ने आंध्र प्रदेश सरकार के साथ समझौता ज्ञापन पर हस्ताक्षर किए
- पारिस्थितिक संतुलन को कायम रखने के लिए हिल्सा टैगिंग, डॉल्फिन संरक्षण और भारतीय मेजर कार्प रैंचिंग
- सिफरी द्वारा पाँच हजार मछली को संरक्षण के लिए गंगा नदी में छोड़ा गया
- ग्रामीण बंगाल के महिलाओं के लिए सजावटी मछली पालन में नई दिशा दिखाने में आगे आया आईसीएआर-सिफ़री
- भाकृअनुप-सिफरी और मैसर्स दास और कुमार के मध्य "आईसीएआर-सिफरी सर्कुलर केज" हेतु लाइसेंस समझौता
- भाकृअनुप-केन्द्रीय अन्तर्स्थलीय मात्स्यिकी अनुसंधान संस्थान में हिन्दी सप्ताह 2022 का आयोजन
- क्षेत्रीय केन्द्र, प्रयागराज में दिनांक 14 सितंबर से 20 सितंबर 2022 के बीच हिंदी सप्ताह का आयोजन
- सजावटी मछली पालन गाँव के निर्माण से सुंदरबन की महिलाओं की आजीविका को दिया गया बढ़ावा
- संस्थान ने नियोतिया विश्वविद्यालय, सरिशा के छात्रों के लिए प्रशिक्षण कार्यक्रम आयोजित किया किया
- सिफ़री ने संरक्षित क्षेत्र के संरक्षण हेतु मध्य प्रदेश में पन्ना टाइगर रिजर्व वन के जलाशयों का सर्वेक्षण किया
- अनुसूचित जाति उपयोजना के तहत मछुआरों के लिए जलाशय मात्स्यिकी प्रबंधन और मत्स्ययन उपकरणों के वितरण पर संवेदीकरण कार्यक्रम
- श्री पुरुषोत्तम रूपाला जी द्वारा वाराणसी, उत्तर प्रदेश में राष्ट्रीय रैंचिंग कार्यक्रम का शुभारंभ
- संसथान में स्वतंत्रता दिवस का आयोजन
- गंगा की मछलियों के संरक्षण हेतु झारखंड, साहिबगंज जिले में "नेशनल रैन्चिंग प्रोग्राम" द्वारा किया गया मदद
- सिफरी में “स्वाधीनता के 75 वर्षों में भारत में विज्ञान और प्रौद्योगिकी का विकास” हिन्दी संगोष्ठी का आयोजन
- हेमनगर सुंदरबन ड्रीम के साथ समझौता ज्ञापन पर हस्ताक्षर
- असम में खुले जल मत्स्य विकास पर संवादात्मक बैठक
- असम के बक्सा जिले में बाढ़ के बाद पर्यावरण निगरानी शिविर आयोजित
- उत्तर 24 परगना के बेलेडांगा और चामता बील में एकीकृत आर्द्रभूमि प्रबंधन पर हितधारकों की बैठक
- राष्ट्रीय मत्स्य किसान दिवस के अवसर पर सिफरी प्रयागराज द्वारा जन जागरूकता कार्यक्रम का आयोजन
- चरण बील, असम में मनाया गया राष्ट्रीय मत्स्य पालक दिवस, 2022 सह "उभरती जलकृषि प्रणालियों और प्रथाओं" पर राष्ट्रीय अभियान
- सिफ़री ने मोयना बील, पश्चिम बंगाल में राष्ट्रीय मछुआरा दिवस 2022 का आयोजन किया
- मेघालय राज्य में मत्स्य उत्पादन सांख्यिकी' पर विचार मंथन सत्र
- एसटीसी और एससीएसपी परियोजना के तहत झारखंड के मछुआरों को आजीविका सहायता प्रदान किया गया
- असम के डिब्रूगढ़ जिले के आर्द्रभूमि मछुआरों में सिफरी केजग्रो फ़ीड और सिफरी एचडीपीई पेन का वितरण
- सुंदरबन के मछुआरों का सतत विकास
- डूमा में एकीकृत आर्द्रभूमि प्रबंधन
- झारखंड की ग्रामीण आदिवासी महिलाओं को दिया गया सजावटी मछली पालन का प्रशिक्षण
- सिफरी ने मनाया विश्व पर्यावरण दिवस-2022
- नमामि गंगे परियोजना के तहत सिफरी ने पटना में गंगा नदी में रैन्चिंग किया
- नमामि गंगे परियोजना के तहत सिफरी द्वारा भागलपुर में गंगा नदी में रैन्चिंग कार्यक्रम
- सिफरी द्वारा राष्ट्रीय रैन्चिंग कार्यक्रम’-2022 के तहत पश्चिम बंगाल के दक्षिणेश्वर में रैंचिंग
- संस्थान द्वारा पश्चिम बंगाल के नवद्वीप और फरक्का में रैंचिंग कार्य
- छत्तीसगढ़ के आदिवासी मछुआरों के लिए क्षमता निर्माण कार्यक्रम
- आजीविका में सुधार के लिए बिहार के रोहतास के किसानों को कौशल और ज्ञान उन्नयन पर प्रशिक्षण
- सिफ़री द्वारा कुलतली के पांच सौ अनुसूचित जाति के मत्स्य पालकों की आजीविका में सुधार
- अयोध्या के पावन सरयू नदी में मछली संरक्षण हेतु रैन्चिंग कार्यक्रम आयोजित
- आजीविका में सुधार के लिए जमुई, बिहार के मछली किसानों के लिए प्रशिक्षण और कौशल विकास कार्यक्रम
- सिफरी द्वारा राष्ट्रीय रैन्चिंग कार्यक्रम-2022 का आयोजन
- मत्स्य निदेशालय, छत्तीसगढ़ के सहयोग से छत्तीसगढ़ में पेन में मछल पालन प्रदर्शन- सह- जागरूकता कार्यक्रम का आयोजन
- मणिपुर के लोकतक झील में मणिपुर की राजकीय मछली, पेंगबा का मेगा रैंचिंग कार्यक्रम
- सिफ़री ने पश्चिम बंगाल के पंचपोटा और मेडिया आर्द्रभूमि में जलवायु उन्मुख मत्स्य पालन का प्रदर्शन किया
- भाकृअनुप-सिफ़री द्वारा पश्चिम बंगाल के डूमा आर्द्रभूमि में मत्स्य हार्वेस्ट मेला का भव्य आयोजन
- सिफरी में गोपालगंज, बिहार के मछली किसानों की सामाजिक-आर्थिक स्थिति उन्नयन हेतु कौशल विकास कार्यक्रम
- असम के धेमाजी जिले के आर्द्रभूमि मछुआरों के बीच सिफ़री केजग्रो (CIFRI CAGEGROW) फ़ीड का वितरण
- सिफरी ने रेशम कीट अपशिष्ट से मत्स्य आहार विकसित किया : कचरे से कंचन मिशन के अंतर्गत एक पहल
- सिफरी द्वारा आजादी का अमृत महोत्सव के तहत 'किसान भागीदारी, प्राथमिकता हमारी' पर प्रश्नोत्तरी कार्यक्रम का आयोजन।
- आज़ादी का अमृत महोत्सव के तहत सिफरी में राष्ट्रीय अभियान "अन्नदाता देवो भव" के अवसर पर प्राकृतिक पद्धति द्वारा मछली पालन पर वेबिनार
- सिफरी मुख्यालय, बैरकपुर में "हिलसा संवाद: बंगाल की खाड़ी (बीओबीपी) के परिप्रेक्ष्य में" पर सैटेलाइट संगोष्ठी का आयोजन
- सिफरी में बिहार के शेखपुरा जिले के मछुआरों के लिए "अन्तर्स्थलीय मात्स्यिकी प्रबंधन" पर प्रशिक्षण कार्यक्रम
- दक्षिण सलमारा मनकाचार में सजावटी मत्स्य पालन पर प्रशिक्षण कार्यक्रम
- सिफरी द्वारा दस हजार मछली को संरक्षण के लिए गंगा नदी में छोड़ा गया
- इंडियन फिशरीज आउटलुक 2022 (IFO2022) “सतत विकास लक्ष्यों को प्राप्त करने में भारतीय मत्स्य पालन को बढ़ावा देना” सम्मेलन का उद्घाटन
- सिफरी के 76वें स्थापना दिवस पर गंगा नदी में तीस हजार मछली को छोड़ा गया
- सिफरी ने दिनांक 17 मार्च 2022 को 76वां स्थापना दिवस मनाया
- भाकृअनुप- केन्द्रीय अन्तर्स्थलीय मात्स्यिकी अनुसंधान संस्थान द्वारा मणिपुर की लोकतक झील में ओस्टियोब्रामा बेलंगेरी की मेगा रैंचिंग कार्यक्रम की शुरुवात
- जलीय कृषि में विविधीकरण पर राष्ट्रीय अभियान
- प्लेटिनम जुबली व्याख्यान श्रृंखला #4
- अनुसंधान सलाहकार समिति (आरएसी) की बैठक
- अंतर्राष्ट्रीय महिला दिवस
- केरल के वेम्बनाड झील में एट्रोप्लस सुरटेंसिस का प्रजनन और प्रतिपालन
- छत्तीसगढ़ के आदिवासी मत्स्य कृषकों की भागीदारी से जलाशय मत्स्य उत्पादन में वृद्धि : सिफ़री की नई पहल
- मेघालय के मध्यम क्षेत्र में सिफ़री केजग्रो (CIFRI-CAGEGROW) फ्लोटिंग फीड का प्रदर्शन और वितरण
- भारत में पहली बार गंगा नदी में निषेचित किया गया हिल्सा के अंडे : नदी पारिस्थितिकी तंत्र में मछली प्रजातियों की बहाली की दिशा में उठाया गया कदम
- सिफरी द्वारा प्रशिक्षकों के लिए ऑनलाइन प्रशिक्षण कार्यक्रम का आयोजन
- पश्चिम बंगाल के किसानों- योजनाकारों और शोधकर्ताओं के साथ इंटरफेस बैठक का आयोजन
- पहाड़ी क्षेत्र में मात्स्यिकी विकास और मछुआरों की आजीविका को मजबूत करने के लिए पहल
- कटिहार, बिहार के मछली किसानों के ज्ञान, कौशल विकास और आजीविका सुरक्षा के लिए प्रशिक्षण कार्यक्रम
- सिफरी द्वारा प्रशिक्षकों के लिए ऑनलाइन प्रशिक्षण कार्यक्रम का आयोजन
- जमशेदपुर और बोकारो के आदिवासी गांवों में पहली बार सजावटी मछली कुटीर उद्योग स्थापित
- संस्थान द्वारा वार्षिक खेल प्रतियोगिता का आयोजन
- "आय सृजन के लिए सतत जलाशय मात्स्यिकी प्रबंधन" पर एनएफडीबी प्रायोजित जागरूकता कार्यक्रम
- सिफरी द्वारा पारिस्थितिक आधारित एकीकृत आर्द्रभूमि प्रबंधन हेतु फील्ड प्रशिक्षण
- संस्थान, के क्षेत्रीय केंद्र गुवाहाटी ने 'मत्स्य पालन से जुड़े हितधारकों के लिए पीएमएमएसवाई योजना पर अभिविन्यास' नामक प्रशिक्षण कार्यक्रम
- सिफरी ने "नदीय पारिस्थितिकी एवं मात्स्यिकी में मानवजनित हस्तक्षेप का प्रभाव" पर एक वेबिनार का आयोजन किया
- सिफरी द्वारा आर्द्रभूमि हितधारकों में जागरूकता हेतु एक वेबिनार का आयोजन
- "आय सृजन के लिए सतत जलाशय मात्स्यिकी प्रबंधन" पर एनएफडीबी प्रायोजित जागरूकता कार्यक्रम
- भाकृअनुप- केन्द्रीय अन्तर्स्थलीय मात्स्यिकी अनुसंधान संस्थान, बैरकपुर को सुंदरवन कृषि मेला ओ लोको संस्कृति उत्सव, कुलतोली, में मिला प्रथम पुरस्कार
- संस्थान, के क्षेत्रीय केंद्र गुवाहाटी ने 'मत्स्य पालन से जुड़े हितधारकों के लिए पीएमएमएसवाई योजना पर अभिविन्यास' नामक प्रशिक्षण कार्यक्रम
- एफएओ और भाकृअनुप- केन्द्रीय अन्तर्स्थलीय मात्स्यिकी अनुसंधान संस्थान, बैरकपुर द्वारा वर्चुअल कार्यशाला का आयोजन
- मेघालय सरकार के प्रधान सचिव (मत्स्य पालन) के साथ उमियाम जलाशय के केज कल्चर स्थल संवादात्मक बैठक
- संस्थान के क्षेत्रीय केंद्र, गुवाहाटी द्वारा 2 फरवरी 2022 को गर्जन-बुलुतजन बील, कामरूप, असम में 'विश्व आर्द्रभूमि दिवस' मनाया गया
- भाकृअनुप – केन्द्रीय अन्तर्स्थलीय मात्स्यिकी अनुसंधान संस्थान, बैरकपुर ने संरक्षण और सतत उपयोग सुनिश्चित करने के लिए विश्व आर्द्रभूमि दिवस मनाया
- भाकृअनुप-सिफरी में 73वां गणतंत्र दिवस समारोह मनाया गया
- भाकृअनुप – केन्द्रीय अन्तर्स्थलीय मात्स्यिकी अनुसंधान संस्थान, बैरकपुर ने कल्चर आधारित मत्स्य पालन और पेन प्रौद्योगिकियों के माध्यम से आदिवासी मछुआरों की आय में वृद्धि की: चरण बील, असम से सफलता की एक कहानी
- सिफरी ने राष्ट्रीय बालिका दिवस मनाया
- कल्चर आधारित मत्स्य पालन और पेन संवर्धन प्रौद्योगिकियों को अपनाने से बामुनी बील, असम में आदिवासी मछुआरों की आय में वृद्धि हुई: सफलता की एक कहानी
- पश्चिम बंगाल के कालिम्पोंग और दार्जिलिंग जिले में पहाड़ी मत्स्य विकास के लिए मत्स्य और खाद्य वितरण और जन जागरूकता कार्यक्रम
- भाकृअनुप-केन्द्रीय अंतर्स्थलीय मात्स्यिकी अनुसंधान संस्थान, बैरकपुर में "आंध्र प्रदेश में घेरे में मछली पालन तकनीक द्वारा बड़े जलाशयों में मत्स्य पालन प्रौद्योगिकियों को प्रोत्साहन” पर इंटरफेस मीटिंग
- भाकृअनुप – केन्द्रीय अन्तर्स्थलीय मात्स्यिकी अनुसंधान संस्थान, बैरकपुर में मत्स्य पालन क्षेत्र में युवाओं का ध्यान आकर्षित करने के लिए प्रशिक्षण कार्यक्रम
- संस्थान में एनएफडीबी प्रायोजित "अन्तर्स्थलीय खुले पानी में केज कल्चर" पर व्यावहारिक प्रशिक्षण कार्यक्रम आयोजित
- भाकृअनुप – केन्द्रीय अन्तर्स्थलीय मात्स्यिकी अनुसंधान संस्थान, बैरकपुर द्वारा संरक्षण कार्यक्रम के तहत संरक्षित क्षेत्र के जल क्षेत्र का सर्वेक्षण किया गया
- भाकृअनुप-केन्द्रीय अन्तर्स्थलीय मात्स्यिकी अनुसंधान संस्थान, बैरकपुर ने मनाया नदी उत्सव-2021